जिला- दुर्ग
राज्य-छत्तीसगढ़
शीर्षक-चाहत
विधा-काव्य
संपर्क-7974631528
दीवानगी दीवानों की वफ़ा है दोस्तो
कातिल निगाहों पर जो फिदा है दोस्तो
किसी को इतना मत चाहो दोस्तो
कि तुम्हारी चाहत की नुमाईश हो दोस्तो l
बेपनाह मुहब्बत किया जो तुमसे
उनकी चाहत को नज़र अंदाज़ मत करना l
इक दिन उनकी मजार पर आकर
उनकी कब्र का दीदार तो करना l
प्रिया गुप्ता
जामुल
भिलाई
No comments:
Post a Comment