जिला- दुर्ग
राज्य- छतीसगढ़
विषय- दिल
शीर्षक- दिल चाहे बच्चा बन जाऊँ
सम्पर्क- 7974631529
न ख्वाब हो आसमां छूने की
न चिंता हो रोजी रोटी की
खिलौनों से सदा खुश हो जाऊं
दिल चाहे बच्चा बन जाऊं l
कभी पकड़म पकड़ाई, खेलते थे
तो कभी पतंग उड़ाया करते थे
कट गई पतंग तो कोई गम नहीं
पर कटी पतंग न बन जाऊं कभी l
हर दिल में होता है बच्चा
चाहे वह हो किसी भी उम्र का
जिम्मेदारियों ने बड़ा बना दिया
नही तो मैं रहता सदा ही बच्चा l
प्रिया गुप्ता
जामुल भिलाई
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