जिला -आगरा
राज्य -उत्तर प्रदेश
विषय -सफलता
शीर्षक -सफलता
विधा - निबंध
सफलता
प्रस्तावना+++
जो कांटों पर चलते है
उन्हें ही फूलों के हार मिलते हैं जो प्रयास करते
उन्हें सफलता उनके कदम चूमेगी है
सफलता+++ रातो को जगकर पढ़ते हैं वही एक दिन सफलता के शिखर पर चढ़ते हैं जब तक आप असफल नहीं होंगे तब तक आपको सफलता का महत्व नहीं पता चलता है जैसे एक छोटी चींटी कही चढ़ती है और गिरती है लेकिन वह हार नहीं मानती और जब तक अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेती तब तक प्रयास करती रहती है।
और एक दिन अपनी मंजिल पर पहुंच जाती है ऐसे ही हम मनुष्य को अपना एक लक्ष्य निर्धारित कर लेना चाहिए और जब तक उस लक्ष्य को प्राप्त ना करके तब तक हमें थक हार कर बैठना नहीं चाहिए
करत करत अभ्यास निरंजन होत सुजान रस्सी आवत जावत पत्थर पर बनात निशान
आप निरन्तर प्रयास करते हैं उन्हें सफलता मिलती है हमारे गांव के छात्र कड़ी मेहनत और बहुत ज्यादा परेशान झेल कर छोटी मोटी नौकरी करके और दिन रात अपनी पढ़ाई पर ध्यान देते हैं उनके रास्ते में हजारों समस्या आती है लेकिन वह अपने लक्ष्य को नहीं छोड़ते और एक दिन वह सफलता का परचम लहराते हैं चाहे हमारे क्रिकेट खिलाड़ी रिंकू सिंह है जो मध्यवर्गीय परिवार से हैं उन्हें बड़ी मुश्किल से अपने खेल का अभ्यास कर पाते थे उनके पास पैसे भी नहीं थे आज उन्होंने उनकी अलग मेहनत से आज वह हमारी क्रिकेट टीम के प्रमुख के खिलाड़ी हैं और बहुत अच्छा खेल रहे अपने देश का नाम विशाखापट्ट ऐसे ही जायसवाल हैं मैं भी बहुत अच्छा मैच खेलते है
जैसे कोयल को अग्नि में तपकर सोना बन जाता है इस प्रकार कठिन मेहनत करने से हमें सफलता कठिन मेहनत करने पर हमें सफलता अवश्य ही मिलती है प्रयासों की सफल पूंजी है सफलता
उत्तर प्रदेश में एक जिला है जौनपुर वहां पर एक गांव है माधव पट्टी माधव पट्टी गांव एक ऐसा गांव है जहां पर 45 आईएएस अधिकारी हैं इसलिए नहीं कि उसे गांव में सब लोग पढ़े लिखे हैं इसलिए कि उसे गांव में लोगों की संगति अच्छी है क्योंकि सब हर कोई चाहता है कि हमारे गांव का नाम हो लेकिन इन सब लोगों ने मिलकर अपने गांव का नाम ऊंचा कर दिया है इतने सारे आईएएस आईपीएस उसे गांव से निकले हैं बात नहीं सकते इस प्रकार उत्तर प्रदेश में एक जिला है फर्रुखाबाद वहां पर एक सिपाही से भर्ती हुए भरत सिंह यादव जो जब सेवा निवृत्त हुए तो वह पुलिस की सबसे बड़े पद पर थे यह उनकी कठिन मेहनत और सफलता का फल था
एक बार कोशिश तो करो अपना लक्ष्य निर्धारित कर लो सफलता तुम्हें क़दम चूमेगी
लेकिन तुम सफल होने के बाद अपने बीते हुए दिन और उस में साथ देने वाले लोग को कभी मत भूलना
तुम्हारी सफलता मैं आपकी मां पिता का भी संघर्ष है तब आप जाकर अपनी मंजिल पर पहुंच पाते हैं आप कितने सफल हो जाओ लेकिन अपने पैर जमीन पर ही रखना सजल रहना
सफलता की सबसे बड़ी पूंजी असफलता हैं
No comments:
Post a Comment